प्लास्टिक सिटी दिबियापुर (Plastic City Dibiyapur) : औरैया जिले में प्लास्टिक सिटी का सपना 2012 में समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान देखा गया था। अखिलेश यादव की सरकार में इस परियोजना की नींव रखी गई, और इसे सफल बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। मुंबई में बड़े उद्योगपतियों को आकर्षित करने के लिए रोड शो भी आयोजित किया गया था। इस परियोजना का उद्देश्य गेल में उत्पादित कच्चे माल का उपयोग कर कंचौसी मोड़ के समीप प्लास्टिक उद्योगों की स्थापना करना था।
दिबियापुर विधानसभा क्षेत्र में कंचौसी मोड़ के पास लगभग 300 एकड़ भूमि इस परियोजना के लिए निर्धारित की गई थी। यहां पर औद्योगिक क्षेत्र, आवासीय टाउनशिप, बाजार, बैंक, स्कूल, छात्रावास, और पार्क आदि का निर्माण प्रस्तावित था। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना और क्षेत्र के आर्थिक विकास को बढ़ावा देना था।
हालांकि, समय बीतता गया और कई सरकारें आईं और चलीं गईं, परंतु इस परियोजना की स्थिति जस की तस बनी रही। 2017 में जब समाजवादी पार्टी की सरकार की जगह भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने सत्ता संभाली, तब लोगों को उम्मीद थी कि योगी आदित्यनाथ की सरकार इस परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करेगी। लेकिन, योगी सरकार के प्रथम कार्यकाल में भी इस परियोजना पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।
गौरतलब है कि इसी विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित विधायक प्रदेश सरकार में कृषि राज्यमंत्री थे, परंतु उनकी ओर से भी इस परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया। इससे नाराज होकर क्षेत्र के लोगों ने 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी प्रदीप यादव को भारी मतों से विजयी बनाया। अब स्थानीय निवासियों को आशा है कि प्रदीप यादव इस परियोजना की पहल सदन में करेंगे और जल्द से जल्द इसके पूर्ण होने के संबंध में उनके प्रयासों के चलते कोई सुखद खबर सुनने को मिलेगी।

इस प्रकार, औरैया के स्थानीय युवा और निवासी अब भी उस दिन की प्रतीक्षा कर रहे हैं जब प्लास्टिक सिटी का सपना साकार होगा और उन्हें रोजगार के लिए बाहर नहीं भटकना पड़ेगा। राजनीति और द्वेष की बलि चढ़ी इस परियोजना की सफलता की राह में अब प्रदीप यादव की पहल और प्रयास ही एकमात्र आशा के रूप में देखी जा रही है।