UP Panchyat Election 2021: गांवों के विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकारें प्रत्येक साल ग्राम पंचायतो को लाखों करोड़ों रुपए देती हैं। इन पैसों से वहां शौचालय, नाली-नाले,पंचायत भवन, पानी, कच्ची व पक्की सड़के , आंगनवाड़ी केंद्र ,विधालय,साफ सफाई, खेल मैदान, पक्के आवास निर्माण,सिंचाई की सुविधा,बिजली संबंधित आदि कार्यो को किया जाता है। इन सभी के अतिरिक्त ऐसी बहुत सी योजनाएं हैं, जिनके बारे में न तो कभी प्रधान ग्रामीणों को बताते हैं और न ही लोगों को इस बारे में पता चल पाता है। ग्राम पंचायत को विलेज काउंसलिंग के नाम से भी जाना जाता है।प्रत्येक गांव (जँहा एक हजार से अधिक जनसंख्या हो)में एक ग्राम पंचायत का गठन किया जाता है।जिसका अध्यक्ष ग्राम प्रधान होता है। एवं उसका कार्यकाल 5 वर्ष के लिए होता है।
ग्राम प्रधान के कार्य(Functions of Gram Pradhan)
• गाँव के उन्नति के लिए ग्राम पंचायत के द्वारा कई कार्यों का निष्पादन किया जाता है,जिन्हें कराने में प्रधान की मुख्य भूमिका होती है।
• ग्राम पंचायत कृषि कार्य की रूपरेखा को तैयार करती है एवं कृषि संबंधित व्यवधानों व समस्याओं को अपने स्तर पर सही करने का प्रयास करती है।
• गाँव का बहुमुखी विकास करना किसी भी प्रधान की मुख्य जिम्मेदारी होती है।जिसके लिए प्राथमिक और उच्च माध्यमिक विधालय का निरीक्षण करता है।जिनमें आवश्यक चीजों की पूर्ति के लिए वह अपने संबंधित उच्च अधिकारियों से वार्तालाप करता है।
• युवा कल्याण संबंधी कार्यो को करवाना ग्राम प्रधान की प्रमुख जिम्मेदारी होती है।
• ग्राम प्रधान के द्वारा राजकीय नलकूपों की रख- रखाव व मरम्मत की जाती है।
• जन, शिक्षा एवं परिवार कल्याण के कार्यक्रमों में अपनी सहायता करना।
• गांव में सभी समाज के सभी वर्गों के बीच एकता एवं सद्भाव बनाए रखना।
• ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य व चिकित्सा सबंधी कार्यों को प्रधान की सहमति से सम्पन्न कराए जाते हैं।
• ग्राम पंचायत महिला, बाल विकास संबंधी एवं पशुधन विकास संबंधी कार्यो को करवाती है।
• सभी प्रकार की पेंशन को स्वीकृत करना एवं वितरण करने का कार्य ग्राम पंचायत के माध्यम से प्रधान करता है।
• राशन की दुकान का आवंटन एवं निरस्तीकरण ग्राम पंचायत के द्वारा किया जाता है।
• ग्राम पंचायत में कच्ची व पक्की सड़को का निर्माण कार्य एवं मरम्मत कार्य ग्राम प्रधान द्वारा ही किए जाते हैं।
• किसी भी विशेष कार्यक्रम, आय तथा व्यय के बारे में मुखिया, उप-मुखिया व ग्राम पंचायत के सदस्यों से स्पष्टीकरण मांगना।
• पानी की निकासी संबंधित कार्यो को करवाना भी, ग्राम प्रधान की ही जिम्मेदारी होती है।
• ग्रामवासियों के पशुओं के लिए पीने का पानी मुहैया कराना, ग्राम पंचायत की ही जिम्मेदारी होती है।