NEW SP AURAIYA : उत्तर प्रदेश सरकार ने कानून-व्यवस्था को और मज़बूत बनाने के लिए बड़ा कदम उठाते हुए हाल ही में 16 आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया है। इस फेरबदल में औरैया जिले की कमान अब 2018 बैच के तेज़तर्रार आईपीएस अभिषेक भारती (IPS Abhishek Bharti) को सौंपी गई है। मौजूदा एसपी अभिजीत आर शंकर को अंबेडकर नगर भेजा गया है।


इंजीनियरिंग से खाकी वर्दी तक का सफर
अभिषेक भारती का जीवन सफर युवाओं के लिए प्रेरणा है। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के मीरापुर निवासी अभिषेक बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहे। उन्होंने मेरठ के दयावती मोदी एकेडमी से इंटर तक की शिक्षा हासिल की और उसके बाद IIT रुड़की से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया।
साल 2014 में पढ़ाई पूरी होते ही उनका चयन कोल इंडिया लिमिटेड में हुआ, जहां उन्हें 12 लाख रुपये का पैकेज मिला। इसके अलावा एक अमेरिकी कंपनी में बिजनेस एनालिस्ट के तौर पर नौकरी का ऑफर भी मिला। लेकिन समाज सेवा का सपना उन्हें खींच लाया और उन्होंने इन आकर्षक नौकरियों को ठुकरा कर UPSC की तैयारी शुरू कर दी। तीसरे प्रयास में उन्होंने UPSC परीक्षा पास कर 2017 में चयनित हुए और 2018 बैच के आईपीएस अफसर बने।

माफिया और संगठित अपराधियों पर सख्त कार्रवाई
अभिषेक भारती अपनी सेवा के शुरुआती छह वर्षों में ही कड़े फैसलों और साहसिक कार्यवाही के लिए पहचाने जाने लगे।


- गाजीपुर में SP रहते हुए उन्होंने माफिया मुख्तार अंसारी गैंग की कमर तोड़ी और कई कुख्यात अपराधियों को जेल भेजा। ड्रग्स माफियाओं के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई की और अफीम की अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया।
- प्रयागराज में DCP रहते हुए उन्होंने माफिया डॉन अतीक अहमद की 100 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति कुर्क कराई और उमेश पाल हत्याकांड में शामिल अपराधियों पर निर्णायक कार्रवाई की।
- प्रयागराज में एक गैंगरेप और डकैती मामले में मात्र 48 घंटे में गैंग के चार अपराधियों को एनकाउंटर में धर दबोचा और 25 से अधिक लोगों को जेल भेजा।
बड़ी जिम्मेदारियाँ और उपलब्धियाँ
- अतीक अहमद को साबरमती जेल से प्रयागराज लाने की ज़िम्मेदारी जब उन्हें सौंपी गई तो पूरे देश का ध्यान उनकी ओर गया। उन्होंने इस मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
- महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज सिटी के डीसीपी के रूप में उनकी भूमिका बेहद अहम रही। करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़, रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा और ट्रैफिक मैनेजमेंट जैसी चुनौतियों को उन्होंने बेहतरीन तरीके से संभाला।
- लॉ एंड ऑर्डर में उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें डीजीपी का सिल्वर मेडल और महाकुंभ सेवा पदक से सम्मानित किया गया।
परिवार और निजी जीवन
आईपीएस अभिषेक भारती का परिवार हमेशा उनकी प्रेरणा और ताकत रहा है। वे उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के मीरापुर कस्बे से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता अनिल कुमार उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) में एक्सईएन (Executive Engineer) रहे हैं। नौकरी की प्रकृति के कारण पिता का ट्रांसफर समय-समय पर अलग-अलग जिलों में होता रहा और अभिषेक ने भी बचपन में कई शहरों का माहौल करीब से देखा। सोनभद्र, मेरठ और अलीगढ़ जैसे जिलों में उनकी स्कूली शिक्षा हुई।
मां कुसुमलता गृहिणी हैं, जिन्होंने बचपन से ही अभिषेक को अनुशासन, सादगी और परिवार की अहमियत का पाठ पढ़ाया। अभिषेक कहते हैं कि उनकी सफलता में माता-पिता का अपार योगदान है। पिता हमेशा यही कहते थे – “कोई भी काम मन लगाकर करो, मेहनत कभी बेकार नहीं जाती।”
साल 2021 में अभिषेक भारती ने सुपर्णा कटारिया से विवाह किया, जो पेशे से एक बैंकर हैं और एक्सिस बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। अभिषेक का कहना है कि पुलिस सेवा में 24 घंटे की ड्यूटी रहती है और ऐसे में परिवार का धैर्य और सहयोग बेहद जरूरी होता है। सुपर्णा ने हमेशा उनके काम के प्रति समर्पण का सम्मान किया और हर परिस्थिति में उनका साथ दिया।


औरैया की जनता की उम्मीदें
अभिषेक भारती की तैनाती से औरैया में अपराध नियंत्रण और बेहतर कानून-व्यवस्था को लेकर नई उम्मीदें जगी हैं। उनकी सख्त कार्यशैली और ईमानदार छवि से जिले में पुलिसिंग को और मजबूती मिलने की संभावना है।
इंजीनियरिंग से लेकर आईपीएस बनने तक का सफर, और उसके बाद संगठित अपराध व माफियाओं की रीढ़ तोड़ने वाली कार्रवाई ने अभिषेक भारती को यूपी पुलिस का एक बड़ा नाम बना दिया है। औरैया में उनकी नई जिम्मेदारी जनता के लिए सुरक्षा और भरोसे का नया नाम साबित हो सकती है।




