औरैया: आज जनपद औरैया के 7 विकासखंडों के ब्लाक प्रमुख पद के लिए नामांकन सुबह 11 बजे से 3 बजे तक होगा। नामांकन पत्र सम्बंधित ब्लाक के सहायक निर्वाचन अधिकारी के पास जमा किये जायेंगे। जिला प्रशासन ने सहायक निर्वाचन अधिकारियों की देख रेख में नामांकन प्रक्रिया की पूरी तयारी कर ली है । ब्लॉक प्रमुख प्रत्याशी आज 3 बजे तक अपना नामांकन दाखिल कर सकेंगे इसके बाद इन नामांकन पत्रों कि जांच का कार्य किया जायेगा । कल यानि 9 जुलाई को प्रत्याशी अपना नामांकन पत्र वापस ले सकते हैं । 10 जुलाई को सुबह 11 बजे से 3 बजे तक मतदान होगा और इसके बाद मतों कि गणना का कार्य संपन्न किया जायेगा । संभवतः 10 जुलाई शाम 5 बजे तक परिणाम घोषित कर दिए जायेंगे।
भाजपा ने जारी की समर्थित प्रत्याशियों की सूची-
समूचे प्रदेश में जिला पंचायत चुनाव में मिली जबरदस्त जीत के बाद भाजपा की नजरें ब्लॉक प्रमुख चुनाव पर टिकी हुई हैं।भाजपा 75 जनपदों में से 67 जनपदों में अपने जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने में सफल रही है। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में मिली इस जीत से भाजपा कार्यकर्ताओं के हौसले बुलंद हैं। और ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भाजपा अपने जीत का सिलसिला जारी रखना चाहती है। बीते दिन,भाजपा नें पूरे प्रदेश में अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इसी क्रम में जनपद औरैया में ब्लॉक प्रमुख पद के लिए घोषित प्रत्याशियों कि सूची भाजपा जिलाध्यक्ष श्री राम मिश्रा द्वारा जारी कर दी गई है । भाजपा ने 7 विकास खण्डों में से केवल 5 विकास खण्डों पर अपने प्रत्याशी घोषित किये हैं । भाजपा नें एरवाकटरा और भाग्यनगर ब्लॉक की सीट पर अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है और दोनों सीटों को रिक्त छोड़ दिया है, आएये फोटो के माध्यम से जानते हैं कौन सा प्रत्याशी कौन सी सीट पर –
करारी हार को जीत में बदलने का प्रयास करेगी सपा
जिलापंचायत चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद अब समाजवादी पार्टी ब्लॉक प्रमुख चुनाव में बड़ी बढ़त बनाने का प्रयास करेगी । जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में सपा जिलाध्यक्ष राजवीर यादव ने जिला प्रशासन पर कई गंभीर लगाये थे अब देखना यह है कि इस चुनाव में समाजवादी पार्टी कितनी उभर के जनता समक्ष आती है । समाजवादी पार्टी बब्लाक प्रमुख चुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा 15 मई को ही कर चुकी थी जिसमे कुछ सीटों को रिक्त छोड़ दिया गया था । समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष ब्लाक प्रमुख चुनाव में पूरी ताकत के साथ अपनी वापसी कर सकते हैं क्यूंकि जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में मिली करारी हार की वजह कहीं न कहीं जनपद नेतृत्व में खामियां बताई जा रही हैं। इसलिए इस चुनाव में अपना अपना अस्तित्व बचाने के लिए पार्टी के जिलाध्यक्ष अच्छी वापसी कर सकते हैं।